दिलचस्प बात यह है कि भारत इस मुकाबले में चार स्पिनर और दो तेज गेंदबाजों के साथ उतरा था। भारतीय टीम को चार स्पिनर उतारने का फायदा मिला क्योंकि न्यूजीलैंड के नौ विकेट स्पिनरों ने ही झटके। भारत की ओर से मोहम्मद शमी एकमात्र गेंदबाज रहे जो खाली हाथ रहे।
स्पिनर वरुण चक्रवर्ती की घातक गेंदबाजी के खिलाफ न्यूजीलैंड का बल्लेबाजी क्रम धराशायी हो गया। भारत ने ग्रुप ए के अपने अंतिम मुकाबले में कीवियों को 44 रनों से हराकर अजेय अभियान जारी रखा। रोहित शर्मा की सेना ने ग्रुप चरण में अपने तीनों मैच जीतकर शीर्ष स्थान हासिल किया। भारत का सामना अब सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया से चार मार्च को दुबई में होगा। ऑस्ट्रेलिया की टीम ग्रुप बी में दूसरे स्थान पर रही थी। वहीं, एक अन्य सेमीफाइनल में पांच मार्च को न्यूजीलैंड की भिड़ंत दक्षिण अफ्रीका से लाहौर में होगी।

चैंपियंस ट्रॉफी 2025 – फोटो : अमर उजाला
भारतीय स्पिनर्स का रहा बोलबाला
भारत इस मुकाबले में चार स्पिनर और दो तेज गेंदबाजों के साथ उतरा था। भारतीय टीम को चार स्पिनर उतारने का फायदा मिला क्योंकि न्यूजीलैंड के नौ विकेट स्पिनरों ने ही झटके, जो चैंपियंस ट्रॉफी में एक पारी में स्पिनरों द्वारा लिए गए सर्वाधिक विकेट हैं। इससे पहले साल 2004 में पाकिस्तान के स्पिनर्स ने केन्या के खिलाफ आठ विकेट चटकाए थे। भारत की ओर से मोहम्मद शमी एकमात्र गेंदबाज रहे जो खाली हाथ रहे। उन्होंने हालांकि, इस मैच में सिर्फ चार ओवर गेंदबाजी की।
वरुण ने विल यंग, ग्लेन फिलिप्स, माइकल ब्रेसवेल, मिचेल सैंटनर और मैट हेनरी को अपना शिकार बनाया। वहीं, कुलदीप को दो (डेरिल मिचेल और विल ओरोरुर्के) विकेट मिले जबकि रवींद्र जडेजा और अक्षर पटेल ने एक-एक विकेट झटके। तेज गेंदबाज हार्दिक पांड्या को एक सफलता मिली जबकि शमी के हाथ खाली रहे।
भारत के शीर्ष क्रम ने किया निराश
चैंपियंस ट्रॉफी में अपना तीसरा मैच खेलने उतरी भारतीय टीम आज उम्मीद के अनुरूप खेलती नहीं दिखी। टीम की शुरुआत ही खराब हुई। पिछले दो मैचों में 147 रन बनाने वाले शुभमन गिल न्यूजीलैंड के खिलाफ सिर्फ दो रन बनाकर आउट हो गए, जबकि कप्तान रोहित शर्मा मात्र 15 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। इस दौरान अपने करियर का 300वां वनडे खेल रहे विराट कोहली ने भी निराशाजनक प्रदर्शन किया। वह मैट हेनरी का शिकार बन गए और 30 रन के स्कोर पर अपना विकेट खो बैठे। ग्लेन फिलिप्स ने अभूतपूर्व कैच पकड़ा। दुबई में खेला गया यह मैच सेमीफाइनल की तैयारियों के लिहाज से काफी अहम था। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने 50 ओवर में नौ विकेट खोकर 249 रन बनाए, जिसे टीम डिफेंड करने में सफल हुई।
पेसर्स ने किया भारतीय बल्लेबाजों को परेशान
पहली पारी में भारतीय बल्लेबाजों के लिए न्यूजीलैंड के गेंदबाज मुसीबत साबित हुए। कीवियों की तरफ से 25 ओवर गेंदबाजी पेसर्स ने की जिनके खिलाफ भारत ने कुल सात विकेट गंवाए। इस दौरान टीम सिर्फ 115 रन बना सकी। वहीं, स्पिनर्स के खिलाफ भारतीय बल्लेबाजों ने दो विकेट खोकर 124 रन बनाए। दिलचस्प बात ये है कि पेसर्स के खिलाफ बल्लेबाजों ने 20% तक गलत शॉट का चयन किया जबकि धीमी गति के गेंदबाजों के खिलाफ यह 8.4% ही रह गया। इससे पता चलता है कि भारतीय खिलाड़ियों को स्पिनर्स के खिलाफ कुछ खास दिक्कत नहीं हुई।
मध्यक्रम में श्रेयस अय्यर और अक्षर पटेल ने दमदार प्रदर्शन किया। दोनों के बीच चौथे विकेट के लिए 98 रनों की साझेदारी हुई। रचिन रवींद्र ने अक्षर को केन विलियमसन के हाथों कैच कराया। वह तीन चौकों और एक छक्के की मदद से 42 रन बनाने में कामयाब हुए। वहीं, श्रेयस अय्यर ने लगातार दूसरे मैच में पचासा जड़ा। उनके अलावा हार्दिक पांड्या ने 45 रन बनाए जिसकी बदौलत भारत का स्कोर 200 के पार पहुंचा।
हेनरी ने तोड़ी कमर
चैंपियंस ट्रॉफी के 12वें मैच में तेज गेंदबाज मैट हेनरी कहर बनकर टूटे। उन्होंने शुभमन गिल, विराट कोहली, रवींद्र जडेजा, हार्दिक पांड्या और मोहम्मद शमी को अपना शिकार बनाया। इस दौरान उन्होंने सिर्फ 42 रन खर्च किए। इसी के साथ वह इस टूर्नामेंट में न्यूजीलैंड की तरफ से पांच विकेट लेने वाले दूसरे गेंदबाज बन गए। उनसे पहले यह कारनामा जैकब ओरम ने किया था। उन्होंने 2004 में 36 रन देकर पांच विकेट हासिल किए थे। वहीं, शेन ओ कॉनर ने पाकिस्तान के खिलाफ 2000 में खेले गए मुकाबले में 46 विकेट देकर पांच विकेट अपने नाम किए थे।

भारत बनाम न्यूजीलैंड – फोटो : BCCI/X
मैच में क्या हुआ?
भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए श्रेयस अय्यर की अर्धशतकीय पारी के दम पर 50 ओवर में नौ विकेट पर 249 रन बनाए थे। लक्ष्य का पीछा करते हुए केन विलियमसन ने 81 रन बनाए, लेकिन न्यूजीलैंड की टीम 45.3 ओवर में 205 रन पर ऑलआउट हो गई। भारत के लिए वरुण ने शानदार प्रदर्शन किया और 10 ओवर में 42 रन देकर पांच विकेट झटके। वरुण का चैंपियंस ट्रॉफी में यह पहला ही मैच था और वह चमक बिखेरने में सफल रहे। न्यूजीलैंड एक समय अच्छी स्थिति में था, लेकिन वरुण ने दमदार प्रदर्शन कर भारत के पक्ष में रुख पलट दिया और भारत ने यह मैच 44 रनों से जीत लिया।